साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल 2023 को सुबह 07.12 से दोपहर 12.32 मिनट तक रहेगा. इस दिन वैशाख अमवास्या भी है.

सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है. सूतक में मंदिरों के पट बंद कर दिए जाते हैं. पूजा-पाठ नहीं होती.

इस बार साल के पहले सूर्य ग्रहण में लेकिन मंदिरों के कपाट बंद नहीं होंगे, क्योंकि ये सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा.

भारत में सूर्य ग्रहण का असर नहीं होगा ऐसे में आम दिनों की भांति इस दिन भी मंदिर के कपाट खुले रहेंगे. भक्त प्रभू की पूजा कर पाएंगे.

कहते हैं सूर्य ग्रहण के समय असुरीय शक्तियों का प्रभाव बढ़ जाता है दैवीय शक्तियां कम होने लगती हैं. ऐसे में पूजा-पाठ की मनाही रहती है.

सूर्य ग्रहण के समय अपने ईष्ट देव के मंत्रों का जाप करना शुभ रहता है.

इससे ग्रहण के अशुभ प्रभाव में कमी आती है.

ये सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा लेकिन जिनकी कुंडली में राहु सूर्य की युति और ग्रहण योग हैं, उन्हें ग्रहण प्रभावित कर सकता है.

सूर्य ग्रहण का असर कंबोडिया, चीन, अमेरिका, माइक्रोनेशिया, मलेशिया, फिजी, जापान, सिंगापुर, थाईलैंड, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड में रहेगा.