सर्व पितृ अमावस्या पर 14 अक्टूबर 2023 को इस साल
का दूसरा सूर्य ग्रहण लगेगा.


नासा के अनुसार, इस ग्रहण को उत्तर में ओरेगॉन से लेकर
गल्फ ऑफ मैक्सिको तक देखा जाएगा.


इस ग्रहण की खासियत यह है कि इसमें सूर्य और चांद पृथ्वी की तुलना में
एक ही रेखा में दिखाई देंगे.


ये न्यूलर सोलर एक्लिप्स होगा और इसी खगोलीय घटना को
‘रिंग ऑफ फायर’ कहा जाता है.


जब चंद्रमा सूर्य के सामने से गुजरेगा तो इस दौरान आसमान में
‘रिंग ऑफ फायर’ जैसी स्थिति बनेगी.


चंद्रमा का आकार सूर्य से छोटा होने के कारण ऐसी स्थिति में सूर्य
चक्राकार या छल्ला जैसा दिखाई देगा.


वैज्ञानिकों ने इस ग्रहण को सीधे न देखने की सलाह दी है.
इससे आंखों को क्षति पहुंच सकती है.


14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण रात 08:34 से शुरू होगा और
मध्यरात्रि 02:25 पर समाप्त हो जाएगा.


हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा और
ना ही इसका सूतक मान्य होगा.