इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल, गुरुवार को लगेगा. यह ग्रहण 20 अप्रैल की सुबह 7.04 बजे से दोपहर 12.29 मिनट तक रहेगा.

यह ग्रहण मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में घटित होगा. भारत में यह सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा.

भारत में दिखाई ना देने से यहां इसका सूतक काल भी नहीं माना जाएगा. धार्मिक मान्यता के अनुसार इस सूर्य ग्रहण का कोई धार्मिक प्रभाव नहीं होगा.

यह कंकणाकृति ग्रहण होगा जिसमें सूर्य एक रिंग की तरह दिखाई देता है. सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखने से बचना चाहिए.

सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य देव या शिव जी की आराधना करनी चाहिए. इस दौरान किसी भी मूर्ति का स्पर्श करने से बचना चाहिए.

ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने से बचें. ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान जरूर करना चाहिए.

पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें. स्नान करके शुद्ध होकर फिर ताजा भोजन पका कर खाना चाहिए.

ग्रहण के बाद गंगाजल से घर का शुद्धिकरण करें. ऐसा करने से ग्रहण के दुष्प्रभाव समाप्त हो जाते हैं.

ग्रहण के बाद जल में तुलसी के पत्ते को डालकर ग्रहण करना चाहिए. ग्रहण के बाद भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए.