लोगों का हौसला बढ़ाते हैं सुशांत सिंह राजपूत के ये डायलॉग्स
मगर उनके कुछ डायलॉग्स आज लोगों को जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं
गैंग से तो भाग लूंगा वकील, अपने आप से कैसे भागूंगा (फिल्म- सोन चिड़िया)
आगे लम्हा बुला रहा, आओ उसके साथ चलें (फिल्म- 'पीके)
तुम्हारी कोशिश डिसाइड करती है (फिल्म- एम एस धोनी)
अगर रोजे नहीं रखे तो फिर ईद का क्या मजा (फिल्म- राबता)
ज़िन्दगी में अगर कुछ सबसे ज़्यादा जरुरी है तो वो है खुद जिंदगी (फिल्म- 'छिछोरे)
तो फेलियर से कैसे डील करना है इसकी कोई बात नहीं करना चाहता (फिल्म- छिछोरे)
जन्म कब लेना है और मरना कब है ये हम डिसाइड नहीं कर सकते लेकिन कैसे जीना है वो हम डिसाइड कर सकते हैं (फिल्म- दिल बेचारा)
जिसकी किस्मत में होती है उसे बर्थ मिल जाती है (फिल्म- शुद्ध देसी रोमांस)