लोगों का हौसला बढ़ाते हैं सुशांत सिंह राजपूत के ये डायलॉग्स

लोगों का हौसला बढ़ाते हैं सुशांत सिंह राजपूत के ये डायलॉग्स

सुशांत अपना बर्थडे सेलिब्रेट करने के लिए आज फैंस के बीच नहीं हैं

मगर उनके कुछ डायलॉग्स आज लोगों को जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं

गैंग से तो भाग लूंगा वकील, अपने आप से कैसे भागूंगा (फिल्म- सोन चिड़िया)

गैंग से तो भाग लूंगा वकील, अपने आप से कैसे भागूंगा (फिल्म- सोन चिड़िया)

जिस महफिल ने ठुकराया हमको, क्यों उस महफिल को याद करें,

आगे लम्हा बुला रहा, आओ उसके साथ चलें (फिल्म- 'पीके)

तुम्हारा रिजल्ट डिसाइड नहीं करता है कि तुम लूजर हो कि नहीं,

तुम्हारी कोशिश डिसाइड करती है (फिल्म- एम एस धोनी)

अगर रोजे नहीं रखे तो फिर ईद का क्या मजा (फिल्म- राबता)

अगर रोजे नहीं रखे तो फिर ईद का क्या मजा (फिल्म- राबता)

हम हार जीत, सक्सेस फेलियर में इतना उलझ गए है कि ज़िन्दगी जीना भूल गए हैं

ज़िन्दगी में अगर कुछ सबसे ज़्यादा जरुरी है तो वो है खुद जिंदगी (फिल्म- 'छिछोरे)

सक्सेस के बाद का प्लान सबके पास है लेकिन अगर गलती से फेल हो गए

तो फेलियर से कैसे डील करना है इसकी कोई बात नहीं करना चाहता (फिल्म- छिछोरे)

जन्म कब लेना है और मरना कब है ये हम डिसाइड नहीं कर सकते

जन्म कब लेना है और मरना कब है ये हम डिसाइड नहीं कर सकते लेकिन कैसे जीना है वो हम डिसाइड कर सकते हैं (फिल्म- दिल बेचारा)

प्यार में हिसाब नहीं होता बस राजधानी एक्सप्रेस चलती है

जिसकी किस्मत में होती है उसे बर्थ मिल जाती है (फिल्म- शुद्ध देसी रोमांस)