स्वामी विवेकानंद हमेशा से ही युवाओं के लिए रहे हैं प्रेरणादायक



बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थे विवेकानंद



25 साल की उम्र में सांसारिक मोह माया से हो गए दूर



39 साल की उम्र में दुनिया को कह दिया था अलविदा



अपनी मृत्यु से पहले ही कर दी थी भविष्यवाणी



स्वामी विवेकानंद जी की भविष्यवाणी निकली थी सच



पहले ही कह दिया था- नहीं देख पाऊंगा 40वां वसंत



मृत्यु का कारण दिल का दौरा बताया गया



उन्हें बचपन से ही खाने और खिलाने का काफी शौक था



31 बीमारियां से ग्रसित थे स्वामी विवेकानंद