आगरा में स्थित ताजमहल को मोहब्बत की निशानी कहा जाता है

शाहजहां ने बेगम मुमताज की याद में इसका निर्माण करवाया था

इसकी खूबसूरती का दीदार करने दुनियाभर से पर्यटक आते हैं

मगर एक समय इसे काले कपड़े से ढक दिया गया था

बीबीसी की रिपोर्ट में इसका जिक्र है

यह बात है 1965 भारत- पाकिस्तान युद्ध की

उस समय ताजमहल के नज़दीक के हवाई ठिकाने पर पाकिस्तानी हवाई हमले की आशंका थी

इस वजह से ताज महल को काले रंग के विशाल कपड़े से ढका गया

ताकि चांदनी रात में ताजमहल को ऊपर से नहीं देखा जा सके

नीचे की फर्श को पेड़ों की पत्तियों और घास से ढक दिया गया