निवेश के लिए शेयर बाजार लोकप्रिय विकल्प बनता जा रहा है



कई ऐसे भी इन्वेस्टर हैं, जिन्हें विदेशी बाजार पसंद आते हैं



खासकर अमेरिकी शेयर बाजार को खूब पसंद किया जाता है



ऐसे इन्वेस्टर विदेशी शेयरों की खरीद-बिक्री से मुनाफा भी कमाते हैं



चूंकि मुनाफा कमाते हैं तो उन्हें टैक्स का भी भुगतान करना पड़ता है



टैक्स के बारे मे कहा जाता है कि यह मौत के बाद दूसरा सच है



विदेशी शेयरों की बात करें तो इस मामले में दो तरह से टैक्स लगता है



24 महीने होल्ड करने के बाद हुई बिक्री पर LTCG लगता है



जबकि 24 महीने से पहले बेचने पर STCG Tax देना होता है



कैपिटल गेन तय करने के लिए करेंसी को पहले रुपये में कंवर्ट किया जाता है



LTCG की दर 20 फीसदी है, उसके अलावा सेस और सरचार्ज भी लगता है