मार्केट में 200 मेगापिक्सल वाले एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स मौजूद हैं लेकिन आईफोन के आगे यह भी फेल हो जाते हैं.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Unsplash

लेकिन क्या आपको पता है कि ऐसा क्यों होता है कि 200 मेगापिक्सल कैमरा वाले फोन भी आईफोन के 48 मेगापिक्सल के आगे नहीं टिक पाटे हैं.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Unsplash

फोन के कैमरा में मेगापिक्सल भी जरूरी है, लेकिन फोन में मेगापिक्सल ज्यादा होने से फर्क नहीं पड़ता है.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Unsplash

मेगापिक्सल के साथ बेहतर क्वालिटी के लिए कई और फीचर्स भी जरूरी हैं. इसमें सेंसर साइज, लेंस क्वालिटी, अपर्चर साइज और इमेज प्रोसेसिंग शामिल हैं.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Unsplash

अगर किसी फोन के कैमरा में ये सभी चीजें है तो उस फोन की फोटो किसी भी ज्यादा मेगापिक्सल वाले कैमरा से बेहतर होगी.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Unsplash

इन सब क्वालिटी के अलावा बेहतर फोटो-वीडियो हासिल करने के लिए लाइट और फोटो क्विक करने की स्किल पर भी डिपेंड करता है.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Unsplash

लाइट के हिसाब से कैमरा की क्या सेटिंग होनी चाहिए अपर्चर-एक्सपोजर और कलर कॉन्ट्रास्ट क्या रखना होगा ये सब पता होना जरूरी है तभी बढ़िया फोटो आती है.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Unsplash

फोन लेते समय फोन में कौन सा लैंस लगा है, लेंस क्वालिटी, सेंसर साइज, इमेज प्रोसेसिंग जैसी चीजों को जरूर चेक करना चाहिए.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Unsplash

एंड्रॉइड फोन में 200 मेगापिक्सल का कैमरा वो फोटो क्लिक नहीं कर पाता है जो आईफोन का 48 मेगापिक्सल का कैमरा कर सकता है.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Unsplash

ऐसा इसलीए क्योंकि कंपनियां नए फोन में हर बार कैमरा का मेगापिक्सल बढ़ाता हैं जबकि पिक्चर क्वालिटी, स्मूथ वीडियो ट्रांजिशन क्वालिटी और जूमिंग क्वालिटी को पहले जैसा ही छोड़ देती हैं.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Unsplash