स्पॉन्सरशिप पोस्ट्स: ब्रांड्स के साथ साझेदारी करके पोस्ट्स बनाने से कमाई होती है. प्रोडक्ट प्लेसमेंट: अपने पोस्ट्स में ब्रांड्स के उत्पादों को प्रदर्शित करने से कमाई होती है. अफिलिएट मार्केटिंग: प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने और बिक्री में मदद करने से कमाई होती है. ब्रांड एम्बेसडर: ब्रांड्स के लिए एम्बेसडर बनकर कमाई होती है. ऑटो-एड: अपने स्वयं के प्रोडक्ट्स या सेवाओं को बढ़ावा देने से कमाई होती है. विज्ञापन: अपने पोस्ट्स में विज्ञापन डालकर कमाई होती है. इंस्टाग्राम शॉपिंग: अपने पोस्ट्स में प्रोडक्ट्स को बेचने से कमाई होती है. लाइव स्ट्रीमिंग: लाइव स्ट्रीमिंग के दौरान प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने से कमाई होती है. डिजिटल उत्पादों की बिक्री: ई-पुस्तकें, कोर्स, या अन्य डिजिटल प्रोडक्ट्स को बेचने से कमाई होती है. व्यक्तिगत ब्रांडिंग: अपने व्यक्तिगत ब्रांड को मजबूत बनाकर और अपने दर्शकों के साथ जुड़कर कमाई होती है.