ATM का उपयोग करने के लिए सबसे पहले डेबिट या क्रेडिट कार्ड को मशीन में स्वाइप या इन्सर्ट किया जाता है. मशीन कार्ड पर मौजूद मैग्नेटिक स्ट्रिप या चिप को पढ़ती है.
Published by: एबीपी टेक डेस्क
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November 19, 2024
कार्ड धारक को चार अंकों का पर्सनल आइडेंटिफिकेशन नंबर (PIN) दर्ज करना होता है, जिससे उनकी पहचान सत्यापित होती है.
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November 19, 2024
एटीएम नेटवर्क बैंक सर्वर से जुड़ता है और पिन को सत्यापित करता है. यदि पिन सही है, तो लेनदेन आगे बढ़ता है.
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November 19, 2024
उपयोगकर्ता एटीएम स्क्रीन पर कैश विड्रॉल, बैलेंस चेक, मिनी स्टेटमेंट, या अन्य सेवाओं में से एक विकल्प चुनता है.
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November 19, 2024
कैश निकालने के लिए उपयोगकर्ता को वांछित राशि दर्ज करनी होती है. मशीन जांच करती है कि खाते में पर्याप्त बैलेंस है या नहीं.
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November 19, 2024
एटीएम का सॉफ्टवेयर बैंक के सर्वर से जुड़ता है और खाते की डिटेल्स को सत्यापित करता है.
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November 19, 2024
यदि लेनदेन सत्यापित हो जाता है, तो एटीएम का कैश डिस्पेंसर यूनिट मशीन में मौजूद करेंसी नोट्स की गिनती करता है और तय राशि निकालता है.
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November 19, 2024
लेनदेन की पुष्टि के बाद मशीन रसीद (अगर चुनी हो) प्रिंट करती है, जिसमें लेनदेन का विवरण होता है.
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November 19, 2024
लेनदेन पूरा होने के बाद मशीन कार्ड को वापस कर देती है.
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November 19, 2024
एटीएम मशीन हर लेनदेन का रिकॉर्ड रखती है और सुरक्षा के लिए कैमरे और एन्क्रिप्शन तकनीक का उपयोग करती है. यह धोखाधड़ी को रोकने में मदद करता है.