ट्रेन में लगे एयर कंडीशनर की क्षमता आमतौर पर 8 से 15 टन के बीच होती है, जो डिब्बे के आकार और यात्रियों की संख्या पर निर्भर करती है.

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ट्रेन में सेंट्रलाइज्ड AC सिस्टम का उपयोग होता है, जो पूरे डिब्बे में समान रूप से ठंडी हवा प्रदान करता है.

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एक ट्रेन के एसी में कूलिंग की क्षमता आमतौर पर 30,000 से 60,000 BTU (British Thermal Units) प्रति घंटे हो सकती है.

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ट्रेन के डिब्बे में लगे AC को डिब्बे के अंदर के तापमान, यात्रियों की संख्या और बाहरी मौसम को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया जाता है.

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ट्रेन में लगे AC सिस्टम की ऊर्जा खपत भी उसकी टन क्षमता के अनुसार होती है, जो कि एक बड़ी मात्रा में बिजली का उपयोग करती है.

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एक ट्रेन के डिब्बे में एक से अधिक AC यूनिट्स हो सकती हैं, ताकि हर हिस्से में समान कूलिंग मिल सके.

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ट्रेन के एसी डिब्बों में खिड़कियां बंद रहती हैं, ताकि तापमान को स्थिर रखा जा सके और एयर कंडीशनिंग की प्रभावशीलता बढ़ाई जा सके.

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ट्रेन के एसी सिस्टम को इस तरह सेट किया जाता है कि वह अंदर का तापमान आमतौर पर 22-25°C के बीच बनाए रखे.

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ट्रेन के एसी में लगे कंप्रेसर बड़े होते हैं और वे AC यूनिट को ठंडा करने के लिए आवश्यक होते हैं.

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कुछ एसी डिब्बों में कूलिंग के साथ-साथ प्राकृतिक वेंटिलेशन का भी ध्यान रखा जाता है, ताकि अंदर की हवा ताजगी भरी बनी रहे.

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