YouTube से कमाई का मुख्य स्रोत विज्ञापनों से आता है, और 500 व्यूज पर कमाई विज्ञापन दिखने की संख्या पर निर्भर करती है.
Published by: एबीपी टेक डेस्क
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October 1, 2024
YouTube पर कमाई CPM के आधार पर होती है, जो हर 1000 व्यूज पर विज्ञापनदाता कितना भुगतान करते हैं, यह दर्शाता है. CPM विभिन्न श्रेणियों में भिन्न हो सकता है.
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October 1, 2024
भारत जैसे देशों में CPM की दर अमेरिका और यूरोप की तुलना में कम होती है, इसलिए भारतीय यूट्यूबर्स की कमाई अपेक्षाकृत कम हो सकती है.
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October 1, 2024
जिस श्रेणी की वीडियो है, जैसे टेक्नोलॉजी, फाइनेंस, या एंटरटेनमेंट, उस पर भी CPM की दर निर्भर करती है. टेक और फाइनेंस वीडियोज़ की CPM दर ज्यादा हो सकती है.
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October 1, 2024
हर व्यू पर विज्ञापन नहीं दिखता. लगभग 30-50% व्यूज पर ही विज्ञापन दिखाया जाता है, इसलिए 500 व्यूज का मतलब 500 विज्ञापन नहीं होते.
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October 1, 2024
अगर दर्शक वीडियो में दिखाए गए विज्ञापन पर क्लिक करते हैं या उसे पूरा देखते हैं, तो कमाई ज्यादा हो सकती है.
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October 1, 2024
नॉन-स्किपेबल विज्ञापनों से ज्यादा कमाई होती है, जबकि स्किपेबल विज्ञापन से कमाई कम होती है.
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October 1, 2024
YouTube प्रीमियम उपयोगकर्ताओं से भी वीडियो क्रिएटर को एक छोटी राशि मिलती है, भले ही उन्होंने विज्ञापन न देखा हो.
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October 1, 2024
500 व्यूज पर YouTube से औसत कमाई कुछ सेंट से लेकर 1 डॉलर तक हो सकती है, जो विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है.
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October 1, 2024
YouTube अपनी कमाई का 45% हिस्सा रखता है, और बाकी 55% क्रिएटर को मिलता है, जिससे क्रिएटर की कुल कमाई पर असर पड़ता है.