समुद्र में Mobile Network के लिए Satellite तकनीक का उपयोग होता है, जो सिग्नल को ट्रांसमिट और रिसीव करती है.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
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शिप्स और बोट्स में मरीन कम्युनिकेशन उपकरण (जैसे VHF रेडियो) का उपयोग होता है, जो नेटवर्क की उपलब्धता सुनिश्चित करता है.

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समुद्र में मौजूद जहाजों पर विशेष एंटीना लगाए जाते हैं, जो सैटेलाइट से सिग्नल पकड़ते हैं.

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मोबाइल नेटवर्क की अनुपस्थिति में सैटेलाइट फोन का उपयोग होता है, जो सीधा सैटेलाइट से जुड़ता है.

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समुद्री किनारे पर मौजूद नेटवर्क टावर सीमित दूरी तक सिग्नल प्रदान कर सकते हैं, लेकिन गहरे समुद्र में यह संभव नहीं.

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बीच समुद्र में वाई-फाई हॉटस्पॉट्स का उपयोग किया जाता है, जो सैटेलाइट इंटरनेट से जुड़े होते हैं.

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जहाजों पर आधुनिक सिस्टम का उपयोग किया जाता है, जिससे मौसम, मार्ग और आपातकालीन संदेश भेजे और प्राप्त किए जा सकते हैं.

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सामान्य मोबाइल नेटवर्क की सीमा किनारे से लगभग 20-30 किलोमीटर तक ही होती है. इसके बाद सैटेलाइट नेटवर्क की आवश्यकता होती है.

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समुद्री यात्राओं के लिए विशेष मोबाइल उपकरण और प्लान उपलब्ध होते हैं, जो सैटेलाइट कनेक्शन से काम करते हैं.

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समुद्र में सैटेलाइट नेटवर्क का उपयोग महंगा होता है, इसलिए इसका उपयोग आमतौर पर आवश्यक संचार के लिए किया जाता है.

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