लेबनान और सीरिया में पेजर अटैक हुआ है.

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यह हमला 17 सितंबर 2024 को हुआ.

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इस हमले का लक्ष्य हिज़बुल्लाह के सदस्य थे.

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इस हमले में कम से कम 16 लोग मारे गए और 2800 से भी ज्यादा लोग घायल हुए हैं.

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हिज़बुल्लाह के सदस्य सेल फोन के बजाय पेजर्स का उपयोग करते थे, क्योंकि उनका मानना था कि इज़राइल ने उनके सेल फोन नेटवर्क को हैक कर लिया था.

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हिज़बुल्लाह ने हाल ही में Gold Apollo AR-924 मॉडल के पेजर खरीदे थे.

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पेजर एक वायरलेस टेलीकम्युनिकेशन डिवाइस है जो अल्फान्यूमेरिक या वॉइस मैसेजेस को रिसीव करता है.

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पेजर का अविष्कार 1950 और 1960 के दशक में हुआ था और यह 1980 और 1990 के दशक में व्यापक रूप से उपयोग में आया.

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पेजर का उपयोग मुख्यतः आपातकालीन सेवाओं, चिकित्सा पेशेवरों, और उन क्षेत्रों में किया जाता है जहां मोबाइल नेटवर्क की उपलब्धता कम होती है.

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सीरिया और लेबनान में पेजर की कीमत लगभग 2,000 से 3,000 भारतीय रुपये के बीच होती है.

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