साउंडबार कॉम्पैक्ट होता है और इसे टीवी के सामने रखा जा सकता है, जबकि होम थिएटर में कई स्पीकर और सबवूफर होते हैं जिन्हें पूरे कमरे में सेट करना पड़ता है.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
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साउंडबार में आमतौर पर 2.1 या 3.1 चैनल्स होते हैं, जबकि होम थिएटर में 5.1 या 7.1 चैनल्स होते हैं, जो ज्यादा इमर्सिव साउंड अनुभव देते हैं.

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साउंडबार का सेटअप आसान होता है और इसे जल्दी इंस्टॉल किया जा सकता है, जबकि होम थिएटर में सही तरीके से स्पीकर को लगाना और कनेक्ट करना थोड़ा जटिल हो सकता है.

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साउंडबार कम जगह लेता है और छोटे कमरों के लिए अच्छा विकल्प है, जबकि होम थिएटर को बड़े कमरे में सेट करने की आवश्यकता होती है.

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होम थिएटर में स्पीकर्स चारों ओर होते हैं, जिससे सराउंड साउंड का अनुभव मिलता है, जबकि साउंडबार में एक दिशा से साउंड आता है, जो सराउंड साउंड जितना इमर्सिव नहीं होता.

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होम थिएटर में एक डेडिकेटेड सबवूफर होता है, जो डीप बेस देता है, जबकि साउंडबार में बेस का स्तर होम थिएटर जितना शक्तिशाली नहीं होता.

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साउंडबार आमतौर पर होम थिएटर से सस्ते होते हैं, जिससे बजट में रहते हुए एक अच्छी ऑडियो क्वालिटी का अनुभव मिलता है.

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साउंडबार में ब्लूटूथ और HDMI ARC जैसे साधारण कनेक्टिविटी ऑप्शंस होते हैं, जबकि होम थिएटर में अधिक पोर्ट्स और वायरलेस कनेक्टिविटी ऑप्शंस हो सकते हैं.

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मूवी देखने के लिए होम थिएटर बेहतरीन है, जबकि साउंडबार म्यूजिक और टीवी शोज़ के लिए उपयुक्त है.

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होम थिएटर में अलग-अलग स्पीकर और सबवूफर को अपग्रेड किया जा सकता है, जबकि साउंडबार में यह सुविधा सीमित होती है.

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