डिजिटल पेन में सेंसर लगे होते हैं, जो लिखने या ड्रॉ करने की हरकतों को पकड़ते हैं और उसे डिजिटल डिवाइस पर ट्रांसफर करते हैं. डिजिटल पेन में इन्फ्रारेड या अल्ट्रासोनिक तकनीक का उपयोग होता है, जिससे पेन की पोजिशन और मूवमेंट का पता चलता है. यह पेन प्रेशर सेंसिटिव होते हैं, जिससे लिखते समय दबाव को पहचानकर उसे स्क्रीन पर अलग-अलग मोटाई में दर्शाता है. डिजिटल पेन में बैटरी लगी होती है, जो इसे चार्ज रखती है ताकि यह लंबे समय तक काम कर सके. ब्लूटूथ या वाई-फाई का उपयोग करके डिजिटल पेन को स्मार्टफोन, टैबलेट, या लैपटॉप से कनेक्ट किया जा सकता है. डिजिटल पेन में माइक्रोचिप और प्रोसेसर होते हैं, जो लिखने के डाटा को प्रोसेस करते हैं और डिजिटल डिवाइस पर भेजते हैं. कुछ डिजिटल पेन में मेमोरी होती है, जो लिखे गए डाटा को स्टोर करके बाद में ट्रांसफर करने की सुविधा देती है. डिजिटल पेन में लगे बटन उपयोगकर्ता को आसान नेविगेशन और शॉर्टकट्स की सुविधा प्रदान करते हैं. विशेष प्रकार के डिजिटल पेन दबाव और झुकाव का भी पता लगाते हैं, जिससे लिखने या ड्रॉइंग में ज्यादा नियंत्रण मिलता है. डिजिटल पेन द्वारा बनाई गई जानकारी को रियल टाइम में डिवाइस पर देखा जा सकता है, और इसे नोट्स, आरेख, या डिजिटल आर्ट के रूप में सेव किया जा सकता है.