यह कैमरा घूम सकता है, ऊपर-नीचे हो सकता है और ज़ूम कर सकता है, जिससे इसे व्यापक क्षेत्र में उपयोग किया जाता है.
यह इंटरनेट प्रोटोकॉल पर काम करता है और इंटरनेट के माध्यम से लाइव वीडियो प्रसारित कर सकता है, जिससे इसे दूर से देखा जा सकता है.
ये वास्तविक कैमरा नहीं होते बल्कि डराने के लिए नकली कैमरे की तरह लगाए जाते हैं.
इस प्रकार के कैमरे में अलग-अलग लेंस लगाकर दूरी और क्षेत्र को कवर किया जा सकता है.
ये कैमरे वायरलेस तकनीक पर आधारित होते हैं और इन्हें किसी भी स्थान पर आसानी से लगाया जा सकता है.
ये कैमरे उच्च गुणवत्ता वाले वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए होते हैं और इन्हें खासकर बैंक, शॉपिंग मॉल्स और अन्य बड़े स्थानों पर उपयोग किया जाता है.