देश में फ्रॉड और स्कैम के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं. स्कैमर्स तरह-तरह से लोगों को चूना लगा रहे हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि आखिर इतने सारे बैंक अकाउंट डिटेल्स स्कैमर्स के पास आते कहां से हैं. आइए जानते हैं. वहीं इन बैंक अकाउंट्स के इस्तेमाल के बाद यह स्कैमर्स बच जाते हैं. दरअसल, इसके पीछे स्कैमर्स द्वारा बनाया हुआ एक जाल होता है. यह स्कैमर्स कई फेक अकाउंट ओपन करवाते हैं. हालही में दिल्ली पुलिस ने एक पूर्व बैंक कर्मचारी को पकड़ा था. इसने करीब 15 से 16 फर्जी बैंक अकाउंट खुलवाए थे जो साइबर फ्रॉड में इस्तेमाल हो रहे थे. वहीं कई बार पुलिस ने पाया की स्कैमर्स कई लोगों के बैंक अकाउंट का एक्सेस ले लेते हैं. वह ऐसे अकाउंट का एक्सेस लेते हैं जो बैंक में कम पैसे रखते हैं. ऐसे अकाउंट वह किराए पर लेते हैं और फ्रॉड के बाद पैसों को इधर-उधर कर देते हैं. यह बैंक अकाउंट ऐसे लोगों का होता है जो बैंक जाते भी नहीं है. वह ऐसे अकाउंट का एक्सेस कुछ रुपये में खरीद लेते हैं. इसके बाद ठग लोगों के साथ धोखाधड़ी करके एक अकाउंट से छोटे-छोटे अमाउंट में कई अलग-अलग अकाउंट में पैसा ट्रांसफर कर देते हैं. इसी तरीकों से स्कैमर्स आजकल लोगों के साथ ठगी करने के बाद फरार हो जाते हैं और जल्दी पकड़ में नहीं आते हैं.