Smartphone आजकल लगभग सभी लोगों को जरूरत बन चुका है. ऐसे में पूरी दुनिया में लोगों के हाथों में स्मार्टफोन मौजूद है.
Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Unsplash
September 12, 2024
वहीं स्मार्टफोन को चार्ज करने के लिए चार्जर का इस्तेमाल किया जाता है. स्मार्टफोन के Charger ज्यादातर काले या सफेद रंग के ही होते हैं.
Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Unsplash
September 12, 2024
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये चार्जर काले या सफेद रंग के ही क्यों होते हैं. आइए बताते हैं इसके पीछे का कारण.
Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Unsplash
September 12, 2024
दरअसल, ब्लैक रंग एक इमिटर माना जाता है जो एनर्जी को अवशोषित करता है. इसका इमिशन वेल्यू 1 होता है. इसका मतलब है कि ब्लैक रंग गर्मी को अपनी सतह पर ज्यादा अच्छे से रख सकता है जो इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए जरूरी होता है.
Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Pixabay
September 12, 2024
इससे इलेक्ट्रॉनिक्स बेहतर तरीके से काम करते हैं क्योंकि वह अधिक स्थिर तापमान पर काम करता है.
Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Pixabay
September 12, 2024
वहीं काले रंग के मैटेरियल का उत्पादन सस्ता होता है. बाकी रंगों के मुकाबले ब्लैक रंग की पेंटिंग और कोटिंग सस्ती होती है. इस वजह से भी कंपनियां ब्लैक रंग के चार्जर इस्तेमाल करती हैं.
Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Pixabay
September 12, 2024
अब सफेद रंग के बारे में बताएं तो सफेद रंग में लो रिफ्लेक्ट कैपेसिटी होती है जिससे ये बाहरी गर्मी को अवशोषित नहीं करता है.
Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Pixabay
September 12, 2024
ऐसे में सफेद रंग बाहर से आने वाली गर्मी को बाहर ही रखता है जिससे चार्जर का तापमान नियंत्रित रहता है.
Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Pixabay
September 12, 2024
इसके अलावा सफेद रंग क्लासिक और साफ सुथरा लगता है, इस वजह से भी कंपनियां सफेद रंग का एडॉप्टर इस्तेमाल करती हैं.
Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Pixabay
September 12, 2024
इसीलिए लीड चाहे किसी भी रंग की हो, लेकिन एडॉप्टर हमेशा ब्लैक या व्हाइट रंग का ही होता है.