क्यों ब्लास्ट होते हैं स्मार्टफोन? जानें क्या है बचने के उपाय
abp live

क्यों ब्लास्ट होते हैं स्मार्टफोन? जानें क्या है बचने के उपाय

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Freepik
अधिकतर स्मार्टफोन में आग लगने या विस्फोट होने की वजह होती है लिथियम-आयन बैटरी. ये बैटरियां ज़्यादा गर्म होने या अंदरूनी खराबी के कारण कैमिकल रिएक्शन देकर फट सकती हैं.
abp live

अधिकतर स्मार्टफोन में आग लगने या विस्फोट होने की वजह होती है लिथियम-आयन बैटरी. ये बैटरियां ज़्यादा गर्म होने या अंदरूनी खराबी के कारण कैमिकल रिएक्शन देकर फट सकती हैं.

Image Source: Freepik
जब बैटरी ज्यादा गर्म हो जाती है तो ‘थर्मल रनअवे’ नाम की प्रक्रिया शुरू होती है जिसमें गर्मी खुद-ब-खुद बढ़ती जाती है जिससे आग या विस्फोट हो सकता है.
abp live

जब बैटरी ज्यादा गर्म हो जाती है तो ‘थर्मल रनअवे’ नाम की प्रक्रिया शुरू होती है जिसमें गर्मी खुद-ब-खुद बढ़ती जाती है जिससे आग या विस्फोट हो सकता है.

Image Source: Freepik
फोन गिरने, बैटरी पर झटका लगने, लंबे समय तक धूप में रखने या वर्षों पुराने फोन में बैटरी की क्षमता कम होने से यह खतरा और बढ़ जाता है.
abp live

फोन गिरने, बैटरी पर झटका लगने, लंबे समय तक धूप में रखने या वर्षों पुराने फोन में बैटरी की क्षमता कम होने से यह खतरा और बढ़ जाता है.

Image Source: Freepik

अगर फोन से जलने की गंध आए, चटकने या सीटी जैसी आवाज़ हो या वो अत्यधिक गर्म हो जाए तो तुरंत उसे बंद कर दें और इस्तेमाल न करें.

Image Source: Freepik

अगर फोन का स्क्रीन उठा हुआ लगे, उसका आकार बिगड़ गया हो या सतह से ऊपर उठ गया हो, तो यह बैटरी फूलने का संकेत है, यह ब्लास्ट से पहले की चेतावनी हो सकती है.

Image Source: Freepik

लोकल, सस्ते या नकली चार्जर से फोन चार्ज करने पर करंट का सही प्रवाह नहीं होता जिससे फोन और बैटरी दोनों को नुकसान हो सकता है.

Image Source: Freepik

चार्ज करते समय फोन को तकिये, कंबल या बिस्तर के नीचे रखना बहुत खतरनाक है. यह गर्मी को बाहर नहीं निकलने देता और फोन ज्यादा गर्म हो सकता है.

Image Source: Freepik

फोन को हमेशा 30% से 80% बैटरी के बीच चार्ज में रखें. बार-बार 100% चार्ज करना या पूरी तरह डिस्चार्ज करना बैटरी को जल्दी खराब करता है.

Image Source: Freepik

बहुत अधिक गर्म या सर्द वातावरण में फोन का इस्तेमाल या चार्जिंग न करें. 0°C से 35°C के बीच का तापमान सबसे सुरक्षित माना जाता है.

Image Source: Freepik

टूटे-फूटे या झुके हुए केबल आग लगने का कारण बन सकते हैं. तारों को खींचकर न निकालें और यदि उनमें कट या जलने के निशान हों तो तुरंत बदल दें.

Image Source: Freepik