आजकल डिजिटल दुनिया में ज्यादातर लोग कंप्यूटर और माउस के इस्तेमाल से कार्य करते हैं.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Pixabay

बाजार में कई प्रकार के माउस उपलब्ध हैं. आजकल तो माउस काफी एडवांस हो चुके हैं. बाजार में अब वायरलेस माउस का चलन शुरू हो चुका है.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Pixabay

लेकिन क्या आपको पता है कि माउस का नाम चूहे पर ही क्यों रखा गया था. और दुनिया का पहला माउस कैसा था. आइए जानते हैं इसके पीछे की कहानी.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Pixabay

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दुनिया का पहला माउस लकड़ी का बना था. इस माउस में एक बटन और एक लंबवत पहिया था.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Pixabay

माउस जो आज पूरी दुनिया में काफी इस्तेमाल किया जाता है. इस डिवाइस का अविष्कार सबसे पहले अमेरिका के इंजीनियर डगलस एंगेलबार्ट ने 1960 में किया था.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Pixabay

बता दें कि जब लकड़ी के माउस को सपाट सतह पर घुमाया जाता था तो इसके पहिए मुड़ जाते थे और स्क्रीन पर कर्सर को ले जाने के लिए कंप्यूटर को संकेत भेजता था.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Pixabay

डगलस ने इसका नाम माउस इसीलिए रखा क्योंकि जिस प्रकार से लकड़ी का माउस सपाट सतह पर चलता था ठीक उसी प्रकार से जमीन पर असली चूहा चलता था.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Pixabay

इसके साथ ही माउस को कंप्यूटर को जोड़ने वाली तार को माउस टेल कहा गया था.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Pixabay

इसी तरीके से कंप्यूटर में इस्तेमाल होने वाला माउस को चूहे के नाम पर रखा गया था.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Pixabay

माउस नाम को बाद में सभी इंजीनियरों द्वारा स्वीकार कर लिया गया और तभी से इस डिवाइस का नाम माउस पड़ गया.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
Image Source: Pixabay