YouTube Shorts पर क्रिएटर्स को YouTube Partner Program के जरिए मोनेटाइजेशन का फायदा मिलता है.

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Instagram Reels पर क्रिएटर्स ब्रांड पार्टनरशिप और स्पॉन्सरशिप से कमाई कर सकते हैं.

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YouTube Shorts पर वीडियो की लंबाई 60 सेकंड तक सीमित होती है.

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Instagram Reels पर वीडियो की लंबाई 90 सेकंड तक हो सकती है, जिसका क्रिएटर्स को ज्यादा फायदा होता है.

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YouTube Shorts का फायदा यह है कि यह YouTube के बड़े ऑडियंस बेस पर उपलब्ध है.

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Instagram Reels का फायदा यह है कि यह Meta के इकोसिस्टम का हिस्सा है, जिससे Facebook और Instagram दोनों पर शेयर किया जा सकता है.

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YouTube Shorts पर एडवर्टाइजिंग रेवेन्यू शेयरिंग का विकल्प होता है.

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Instagram Reels पर क्रिएटर्स को ब्रांड्स से डायरेक्ट पेमेंट मिल सकता है.

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YouTube Shorts के लिए YouTube ने 100 मिलियन डॉलर का फंड भी लॉन्च किया है.

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Instagram Reels पर क्रिएटर्स को अधिक एंगेजमेंट और फॉलोवर्स से फायदा होता है. अब आप खुद समझ सकते हैं कि आपकी कमाई के लिए ज्यादा बेहतर विकल्प कौनसा है.

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