तकलीफों को इशारों पर नचाकर बनीं ये हसीना डांस क्वीन सपना चौधरी भले ही आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं लेकिन एक वक्त ऐसा भी रहा, जब वह पाई-पाई के लिए मोहताज थीं पांच रुपये तक जुटाना भी उनके लिए मुश्किल काम होता था उन्होंने अपनी मेहनत से मुकाम हासिल किया और हरियाणा की डांस क्वीन बन गईं साल 2008 के दौरान सपना के पिता का निधन हो गया था पिता के निधन के बाद सपना ने परिवार को खुद संभाला सपना ने अपने करियर की शुरुआत बतौर रागनी आर्टिस्ट एक ऑर्केस्ट्रा टीम के साथ की अपनी टीम के साथ उन्होंने कई जगहों और पार्टियों में परफॉर्म किया उन्होंने स्टेज परफॉर्मेंस से अपने संघर्ष को चुनौती दी, हालत सुधरते ही पहले गिरवी रखा घर छुड़वाया