काम के घंटे को लेकर इन दिनों नई बहस छिड़ गई है



इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के बयान ने बहस तेज की है



उन्होंने भारत जैसे देशों के लिए 70 घंटों के वर्कवीक की वकालत कर दी



उसके बाद इसे लेकर पक्ष-विपक्ष और तर्क-वितर्क का दौर चल रहा है



इस बीच आपको बता दें कि दुनिया के कई देशों में काम के घंटे बहुत कम हैं



ऑस्ट्रिया में काम के घंटे सप्ताह में सिर्फ 35.5 हैं



स्विट्जरलैंड में हर सप्ताह 34.6 घंटे काम करने पड़ते हैं



नॉर्वे में काम के साप्ताहिक घंटे 33.6 ही हैं



डेनमार्क में लोगों को एक सप्ताह में 32.5 घंटे काम करने पड़ते हैं



जबकि नीदरलैंड में सिर्फ 29.5 घंटे ही काम करने पड़ते हैं