बैंक अकाउंट केवाईसी के नाम पर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं



ऑनलाइन बैंकिंग की वजह से इस स्कैम में बढ़ोत्तरी देखी गई है



अब ज्यादातर लोग इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग का यूज कर रहे हैं



जिसमें थर्ड पार्टी ऐप आपके मोबाइल और कंप्यूटर में से डेटा चुरा लेते हैं



इस डेटा को थर्ड पार्टी ऐप साइबर ठगों को महंगी कीमत पर बेच देते हैं



जिसकी मदद से ऑनलाइन केवाईसी स्कैम को अंजाम दिया जाता है



इस स्कैम में ठग बैंक के कर्मचारी बनके आपको कॉल करते हैं



जिसमें वो आप पर ऑनलाइन केवाईसी डॉक्यूमेंट जमा करने का दबाव बनाते हैं



अगर आप ऐसा करते हैं तो पलक झपकते ही आपका अकाउंट खाली हो जाता है



रिजर्व बैंक की गाइडलाइन के मुताबिक केवाईसी के लिए बैंक की ओर से कभी कॉल नहीं किया जाता