भारत को नदियों का देश कहा जाता है

कहा जाता है कि एक बार यहां के राजा रंतिदेव ने बड़ी संख्या में जानवरों की बलि दी

उन जानवरों का खून इस नदी में बहा दिया गया था

जिसकी वजह से इस नदी का पूरा पानी लाल हो गया और दूषित हो गई

जिसके बाद इस नदी को शापित माना जाने लगा

वहीं कुछ पौराणिक कथाओं में कहा जाता है कि इस नदी को महाभारत की द्रौपदी से श्राप मिला है

जिसकी वजह से आज भी कुछ लोग इस नदी के पानी का इस्तेमाल करने से बचते हैं

भारत की यह नदी आज की नहीं बल्कि सदियों पुरानी है

महाभारत में इसे चर्मण्यवती के रूप में दर्ज किया गया है

बता दें कि यह नदी उत्तर प्रदेश के चंबल में है