दुनिया के अलग-अलग देशों में समय का फर्क होता है कहीं-कहीं तो यह फर्क बहुत ज्यादा होता है जैसे पृथ्वी के एक हिस्से में रात होती है तो दूसरे हिस्से में दिन हो रहा होता है दुनिया के नक्शे पर दो तरह की रेखाएं बनी हुई हैं पहली हॉरिजॉन्टल रेखाएं दूसर वर्टिकल रेखाएं हॉरिजॉन्टल रेखाएं धरती के पश्चिम से पूरब खींची गई हैं वहीं वर्टिकल रेखाएं उत्तर से दक्षिण तक खींची गई हैं वर्टिकल रेखाओं में से एक रेखा है ग्रीनविच रेखा जो धरती के बीचों-बीच स्थित है इस रेखा पर पूरब की ओर जाने पर समय बढ़ता है और पश्चिम जाने पर घटता है जैसे पूरब यानी भारत की ओर चलेंगे तो घड़ी का समय बढ़ता जाएगा यही कारण है कि भारत और इंग्लैंड के समय में 5.30 घंटे का अंतर रहता है