1830 के दशक में, टमाटर केचप दवा की तरह था इसे दवा के रूप में लोगों को दिया जाता था दस्त, अपच और पीलिया में दिया जाता था डॉ. जॉन कुक बेनेट ने ये शुरू किया था बाद में ये नुस्खा टमाटर की गोलियों के रूप में आने लगा इसके बाद दस्त की दूसरी दवाएं मार्केट में आ गईं फिर ये केचअप, स्वादिष्ट सॉस के रूप में शुरू हो गया केचअप हेनरी हिंच नाम के उद्योगपति ने शुरू किया ये उद्योगपति अमेरिका का रहने वाला था.