अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत को बढ़ते कर्ज के बारे में आगाह किया है. 5 सालों में भारत का कुल कर्ज चार गुना बढ़ गया है. साल 2014 में देश पर 54 लाख करोड़ रुपए का कर्ज था इसी साल छह महीने पहले मार्च में यह 200 लाख करोड़ था और अब यह बढ़कर 205 लाख करोड़ रुपये हो गया है. इस हिसाब से 6 महीने में भारत के कर्ज में 5 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है. जब किसी देश की इनकम कम और खर्च ज्यादा हो तो घाटे को पूरा करने के लिए सरकार को कर्ज का सहारा लेना पड़ता है. अब आईएमएफ ने सकल घरेलू उत्पाद (GDP) को लेकर भारत सरकार को सचेत किया है. आईएमएफ ने कहा है कि अगर इसी तरह सरकार उधार लेती रही तो देश पर जीडीपी का 100 फीसदी कर्ज हो सकता है 205 लाख करोड़ रुपये के कुल कर्ज में से 161 लाख करोड़ रुपये का कर्ज केंद्र सरकार पर है इसमें से 44 लाख करोड़ रुपये का कर्ज राज्य सरकारों पर है भारत के अलावा और भी कई देश कर्ज में डूबे हैं