बेटियों के 23-24 के होते ही शादी की बातें शुरू हो जाती हैं

एक मिडिल क्लास फैमिली को तो इसकी सबसे ज्यादा चिंता होती हैं

क्योंकि, उन्हें बेटी की शादी के लिए तैयारियां करनी होती हैं

कई बार लड़कियां करियर और सपनों को पूरा करने में व्यस्त हो जाती हैं

और जब माता-पिता शादी की बात करते है तो गुस्सा करती हैं

जया किशोरी जी ने पेरेंट्स के लिए एक नसीहत दी हैं

वो कहती हैं माता-पिता बेटी को मनाते समय बहुत सोच-समझकर बात करें

बातें भले ही बेटी के अच्छे जीवन के लिए हो

लेकिन उस बात को गलत तरीके से न समझाएं

अच्छे रिश्ते की आड़ में बेटी पर दबाव या खराब शब्दों का इस्तेमाल न करें