अकबर मुगल वंश का तीसरा शासक था

उसने धार्मिक सहिष्णुता की नीति को अपनाया था

अकबर ने अनुवाद विभाग की शुरुआत की थी

उसने संस्कृत के साहित्य का फारसी में अनुवाद कराया

उसके शासन में रामायण और भगवत गीता का फारसी भाषा में अनुवाद हुआ था

गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस की रचना इसी समय की थी

इसकी रचना अयोध्या, वाराणसी और चित्रकूट में हुई थी

इसे अवधी भाषा में लिखा गया था

इसकी रचना की शुरूआत 1631 में रामनवमी के दिन हुई थी

इसकी रचना में 2 वर्ष सात माह 26 दिनों का समय लगा था