महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले ने पुणे के दगडूशेठ गणपति के सामने भिडे वाडा में लड़कियों के लिए देश का पहला स्कूल शुरू किया था

यह भारत में लड़कियों के लिए पहला स्कूल बना

इसलिए यह इमारत महाराष्ट्र और देश के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखती है

भिडे वाडा पुणे के बुधवार पेठ इलाके में मौजूद है

साल 1848 में महाराष्ट्र के पुणे में देश का सबसे पहले बालिका स्कूल की स्थापना की थी

स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने इस जगह को खाली करने से इनकार कर दिया था और वे अदालत तक चले गए थे

वहीं कोर्ट के आदेश के बाद किरायेदारों को इस जगह को खाली करने के लिए नोटिस जारी किए गए

बता दें, किरायेदारों ने परिसर को खाली कर दिया, पुणे नगर निगम ने भिडे वाडा को ढहा दिया है

अब इस जगह पर समाज सुधारक दंपति को समर्पित एक राष्ट्रीय स्मारक बनाने की योजना बनाई जा रही है

सावित्रीबाई फुले सिर्फ एक समाज सुधारक ही नहीं बल्कि एक दार्शनिक और कवि भी थीं