अधिकतर कच्चे फलों का रंग हरा होता है. जैसे-जैसे फल पकता है, उसका रंग भी बदलता है. आखिर कच्चे फलों का रंग हरा ही क्यों होता है? कच्चे फल में क्लोरोप्लास्ट्स उसकी उपरी परत में होता है. क्लोरोप्लास्ट्स हरे प्लांट सेल होते हैं. इसमें क्लोरोफिल होता है, इस वजह से कच्चे फल हरे दिखते हैं. धीरे-धीरे यह क्लोरोप्लास्ट 'क्रोमोप्लास्ट' में बदलता जाता है. ज्यादातर मामलों में यह लाल रंग में परिवर्तित होता है. इसी दौरान फल का रंग भी बदलने लगता है. जब तक फल सूर्य की रोशनी से विकसित होता है तब तक हरा रहता है.