कुमाऊं और गढ़वाल में मकर संक्रांति को बहुत खूबसूरत तरीके से मनाया जाता है



कुमाऊं में इसे घुघुती और गढ़वाल में इसे खिचड़ी संक्रांत कहा जाता है



इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है जिसे उत्तरायण कहा जाता है



उत्तरायण के दिन मौसम में बदलाव होता है और पहाड़ी चिड़िया घुघुती की वापसी होती है



कुमाऊं में घुघुती एक विशेष मिठाई होती है, जो आटे और गुड़ से बनाई जाती है



घुघुती चिड़ीया के स्वागत के रूप में इसे बनाने की परंपरा है



गढ़वाली घरों में खिचड़ी बनाई जाती है और इसे दान के रूप में भी दिया जाता है



इस तरह मकर संक्रांति हिमाचल, कश्मीर, ओडिशा और अन्य जगहों पर भी मनाई जाती है



इन जगहों पर मकर संक्रांति के त्योहार की अपनी विशेषताएं और परंपराएं हैं



उत्तराखंड में मकर संक्रांति का यह उत्सव बहुत खास और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण होता है.