नैनीताल एक सुंदर हिल स्टेशन है, जहां पर्यटक दूर-दूर से घूमने आते हैं यह झीलों और हरी-भरी वादियों के लिए प्रसिद्ध है नैनीताल का नाम सती की आंख गिरने की मान्यता से पड़ा है इस स्थान का नाम पहले नैन-ताल था जो बाद में बदलकर नैनीताल हो गया यहां स्थित नैना देवी मंदिर 64 शक्तिपीठों में से एक है स्कंद पुराण में नैनीताल को त्रिऋषि सरोवर कहा गया है यह जगह अत्रि, पुलस्क और पुलक नामक तीन ऋषियों के तप स्थल के रूप में जानी जाती है इन ऋषियों ने यहां पानी की कमी महसूस की और मानसरोवर से जल लाने की मान्यता है मान्यता के अनुसार, नैनी झील में स्नान करने से मानसरोवर जैसा पुण्य मिलता है नैनीताल की खूबसूरती और धार्मिक महत्व इसे एक अनोखा स्थल बनाते हैं.