गंगा के किनारे बसा औद्योगिक शहर कानपुर पहले कॉनपोर के नाम से जाना जाता था

आजादी के एक साल बाद ही शहर का नाम बदलकर कानपुर कर दिया गया था

इस नाम को लेकर दो प्रमुख मान्यताएं हैं

एक मान्यता के अनुसार, यह शहर महाभारत के महान योद्धा कर्ण के नाम पर बना था

दूसरी मान्यता कहती है कि इसका नाम पास के कस्बे मखनपुर से लिया गया था

शहर के नाम में बदलाव के बावजूद, इसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अहमियत आज भी कायम है

कानपुर का ऐतिहासिक महत्व बहुत गहरा है, और यह औद्योगिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है

इस शहर की जड़ों में पुराने समय की कई कहानियां और घटनाएं जुड़ी हुई हैं

कानपुर आज देश के प्रमुख व्यापारिक और औद्योगिक केंद्रों में से एक है

इसका इतिहास और संस्कृति आज भी शहर के हर हिस्से में बसी हुई है