13 जनवरी 2025 से महाकुंभ का आयोजन शुरू हो रहा है जो 26 फरवरी तक चलेगा



महाकुंभ के दौरान गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है



इस पवित्र आयोजन से व्यक्ति के जन्मों के पाप धुल जाते हैं



महाकुंभ का पहला शाही स्नान आज 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा पर शुरु हो गया है



पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 13 जनवरी को सुबह 5:03 बजे और समापन 14 जनवरी को रात 3:56 बजे होगा



144 साल बाद इस दिन सूर्य, चंद्रमा और बृहस्पति ग्रहों की शुभ स्थिति बन रही है



आज के दिन रवि योग बन रहा है जिसमें स्नान से सूर्यदेव की पूजा करने का खास महत्व है



शाही स्नान से मन की अशुद्धियां दूर होती हैं और आत्मा तृप्त रहती है



शाही स्नान करने से व्यक्ति को और उसके पितरों को संतुष्टि मिलती है



महाकुंभ 2025 का पहला शाही स्नान बहुत विशेष माना जा रहा है.