रक्षाबंधन भाई-बहन के पवित्र प्रेम का त्योहार माना जाता है

लेकिन, बुंदेलखंड में यह हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक भी है

यहां मुस्लिम महिलाएं सिर्फ राखी का निर्माण ही नहीं करतीं

बल्कि उसे हिंदू भाइयों की कलाई पर बांधकर अपनी रक्षा का वचन भी लेती हैं

आज हम ऐसी ही एक मुस्लिम महिला के बारे में बताने वाले हैं, जिनका नाम जमीला खातून है

जमीला पिछले 20 सालों से राखी बनाने के अलावा अपने मुंहबोले हिंदू भाई की कलाई में राखी बांधती आ रही हैं

जमीला कहती हैं, 'हिंदू-मुस्लिम दोनों सगे भाई की तरह हैं, कोई भी मजहब आपस में बैर करना नहीं सिखाता है'

यहां हिंदू समुदाय के लोग मुस्लिम त्योहार मनाते हैं

मुस्लिम वर्ग हिंदुओं के त्योहार में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेता है

हिंदू-मुस्लिम के बीच सामाजिक सौहार्द यहां आज भी कायम है.