दुनिया भर में किन्नरों या ट्रांसजेंडर्स को अपने अधिकारों के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है

हालांकि, पिछले एक दशक में इस स्थिति में काफी सुधार हुआ है

अब ट्रांसजेंडर्स विभिन्न क्षेत्रों, जैसे मेडिकल, एविएशन और एजूकेशन में आगे बढ़ रहे हैं

आज, वे मेडिकल, एविएशन, एजूकेशन और अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं

ऐसे में आइए जानते हैं यूपी में ट्रांसजेंडर की आबादी कितनी है?

भारत में थर्ड जेंडर की आबादी का सबसे अधिक अनुपात यूपी में है

वर्ष 2011 जनगणना की रिपोर्ट के मुताबिक यूपी में थर्ड जेंडर की आबादी लगभग 28 फीसदी है

वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार ने ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को कानून के तहत पहचान और अधिकार दिए हैं

जिससे उन्हें सामाजिक सुरक्षा का लाभ मिल रहा है

इसके अलावा उत्तर प्रदेश में ट्रांसजेंडर्स के लिए विभिन्न सरकारी योजनाएं और कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.