उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक गांव है, यहां विशिष्ट बिरादरी के लोगों के ठहरने को अशुभ माना जाता है

यह कहानी ब्रह्म बाबा धाम से जुड़ी है, जो मुसरधारा में स्थित है

यह धाम जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर है

यहां भक्तजन अपने मनोरथ की पूर्ति के लिए पूजा, यज्ञ और हवन करते हैं

माना जाता है कि यहां आने वाले भक्तों के कई रोगों का निवारण होता है

तो आइए इस रहस्यमयी कहानी को विस्तार से समझते हैं

कई शताब्दी पहले, एक राजा ने ब्राह्मण पुरोहित का अपमान किया था

उस ब्राह्मण ने दुखी होकर अपने प्राण त्याग दिए

तब से इस गांव में किसी भी ब्राह्मण के ठहरने को अपशकुन माना जाता है

अगर कोई ब्राह्मण यहां रहने की कोशिश करता है, तो उसके साथ अशुभ होना तय माना जाता है.