भूकंप आने से पहले ही जानवरों को लग जाती है भनक?
'घाघरा चोली' पहनकर दरबार में आता था ये मुगल शासक
हिंदू और बौद्ध धर्म की पवित्र नदी, यहीं होता है पिंडादान
एक नहीं दो राज्यों की लाइफलाइन है ये नदी