मुगलकाल के दौरान कई भारतीय कारोबारी ऐसे भी थे जो बेहद रईस माने जाते थे इन्हीं अमीरों में से एक वीरजी वोरा भी थे वे मुगलकाल में दुनिया के सबसे अमीर व्यापारी थे वे मुगलों और अंग्रेज़ों को लोन दिया करते थे उन्होंने मुग़ल सम्राट शाहजहां को भी 4 अरबी घोड़े तोहफे में दिए थे 17वीं सदी के मध्य वीरजी वोरा का दुनियाभर में डंका बजता था कहा जाता है कि एक बार औरंगज़ेब की वित्तीय हालत ख़राब हो गई तब औरंगज़ेब वीरजी वोरा के पास मदद के लिए गए और खाली हाथ नहीं लौटे विरजी ‘ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी’ के प्रमुख क्रेडिट सप्लायर और कस्टमर थे.