विवाह पंचमी का दिन बहुत शुभ होता है, इस दिन प्रभु श्री राम और माता सीता का विवाह हुआ था. इस दिन पूजा पाठ करना बहुत शुभ होता है.



लेकिन इस दिन शादी या विवाह ना करने का विधान है.



ऐसा माना जाता है कि इस दिन ग्रह नक्षत्रों की स्थिति ठीक हो और शुभ मुहूर्त भी हों तब भी विवाह नहीं कराना चाहिए.



क्योंकि हिंदू शादी विवाह के लिए विवाह पंचमी के दिन को अशुभ माना जाता है.



ऐसा इसलिए है क्योंकि रामजी और माता सीता का वैवाहिक जीवन बहुत ही कष्टपूर्ण रहा.



विवाह के बाद भगवान राम और सीता जी को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा.



विवाह के बाद राम जी और माता सीता ने 14 वर्ष वनवास में बिताए.



वनवास के दौरान ही रावण द्वारा माता सीता का अपहरण भी किया गया.



भगवान राम जब माता सीता को लंका से ले आएं तब उन्हें अग्निपरीक्षा भी देनी पड़ी थी.



इतना ही नहीं उन्होंने आगे का जीवन पुत्रों के साथ वन में ही बीता.



इसीलिए इस इन कारणों को देखते हुए विवाह पंचमी पर अपनी लोग कन्या का विवाह नहीं कराते.