आर्यभट्ट को शून्य के आविष्कार के लिए जाना जाता है

लेकिन आर्यभट्ट गणितज्ञ के साथ-साथ खगोल शास्त्री भी थे

आर्यभट्ट ने विभिन्न खगोल के तथ्यों को उजागर किया है

उन्होंने ने पृथ्वी गोल है और ये अपने अक्ष पर घूमती है

चंद्रमा के पास अपनी कोई रोशनी नहीं होती है

सूर्य के पास अपनी रोशनी होती है

ग्रहण एक खगोलीय घटना है

ग्रहण राहु द्वारा चंद्रमा या सूर्य को निगलने वाली बातें अंधविश्वास है

इन सभी तथ्यों को महान आर्यभट्ट ने उजागर किया है

क्षेत्रमिति और त्रिकोणमिति जैसे गणित के सिद्धांत भी आर्यभट्ट ने दिए है