जहांगीर के बचपन का नाम सलीम था

अकबर ने सलीम का नाम शेख सलीम चिश्ती के नाम पर रखा था

अकबर के बाद जब सलीम ने तख्त संभाला तो उसे जहांगीर की उपाधि दी गई

जहांगीर का मतलब होता है दुनिया फतह करने वाला

विलियम हॉकिन्स ने जहांगीर पर अपनी किताब में एक वाक्या का जिक्र किया है

वह लिखता है कि जहांगीर सुबह जल्दी उठता था

उसके बाद वह आगरा किले के एक कमरे में नमाज पढ़ता था

नमाज के बाद वह झरोखा को देखता था

इसके बाद वह दो घंटे आराम करता था

सुबह का नाश्ता करने के बाद वह अपनी बेगमों के साथ वक्त बिताता

दोपहर के समय वह तीन बजे तक लोगों से रूबरू होता और अमीरों का जमाव शुरू हो जाता था