इस साल फरवरी के महीने से ही गर्मी कहर बरपाने लगी है. बढ़ती गर्मी के कारण हीट वेव या लू की घटना बढ़ती है. बढ़ती गर्मी के कारण हीट वेव या लू की घटना बढ़ती है. ऐसे में जानते हैं कि हीट वेव आखिर कहते किसे हैं. जब मैदानी इलाकों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तटीय क्षेत्रों का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस और... पहाड़ी क्षेत्रों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है... तो लू या हीट वेव चलने लगती है. तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने पर... इसे खतरनाक लू की श्रेणी में रखा जाता है.