सोने की ज्वैलरी हर किसी नहीं पसंद? सोने के बिना आभूषण की चमक फीकी सी लगती है हालांकि सोने के आभूषण बनवाने से पहले उसकी शुद्धता के बारे में जानना बेहद जरूरी है बीआईएस ने सोने की शुद्धता जांचने के लिए मानक तय किए हैं वहीं पहले ज्वैलरी के लिए 60 फीसदी सोना और 40 फीसदी तांबा इस्तेमाल होता था बाद में केडीएम का इस्तेमाल होने लगा सोने का उच्चतम शुद्ध स्तर पाने के लिए कारीगरों ने 92 फीसदी सोना और 8 फीसदी केडीएम मिश्र धातु मिलाया इस अनुपात में इस्तेमाल पर एक लचीला आभूषण बन जाता था लेकिन कारीगरों को बीमारियां होने के कारण इसे बंद कर दिया गया अब केडीएम को जिंक और अन्य धातु के साथ बदल दिया गया है