मलइयो को 'ओस की मिठाई' या 'बनारसी मलइयो' भी कहा जाता है

दूध और ओस की बूंदों से बनने के कारण यह स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है

दूध से बनने वाली मलइयो की शुरुआत सैकड़ों साल पहले बनारस में ही हुई थी

यह आंखों की रोशनी के लिए काफी लाभकारी है

मलइयो में केसर, पिस्ता, बादाम, इलायची जैसे पौष्टिक तत्व शामिल होते हैं

मलइयो का सेवन न केवल पौष्टिक होता है बल्कि शारीरिक सौंदर्य को बढ़ावा देता है

यह विशेष मिठाई सिर्फ बनारस की गलियों में ही ठंडी मौसम में मिलती है

पहले कच्चे दूध को उबालकर खुले आसमान के नीचे ओस में रखा जाता है

दूध को बहुत मथने से निकले झाग में चीनी, केसर, पिस्ता इलायची और मेवा मिलाया जाता है

बनारसी मलइयो को तैयार करने में आज भी पारंपरिक सील-लोढ़े का ही उपयोग होता है