भारत में एक बार फिर 'एक देश एक चुनाव' को लेकर बहस तेज हो चुकी है

संसद में वन नेशनल वन इलेक्शन को लेकर बिल पेश किया जा सकता है

हालांकि भारत में पहले भी इसी फॉर्मूले के तहत चुनाव हो चुके हैं

1952 में हुआ पहला चुनाव भी इसी व्यवस्था के तहत हुआ

1957, 1962 और 1967 में भी लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हुए

हालांकि इसके बाद इस व्यवस्था पर ब्रेक लग गया

कई राज्यों में सरकारें गिरने लगीं और विधानसभा को भंग करना पड़ा

इसके चलते एक साथ चुनाव कराने की ये व्यवस्था गड़बड़ा गई

लॉ कमीशन की तरफ से 1990 में वन नेशन वन इलेक्शन का समर्थन किया गया था

हालांकि तब इसे लागू करने पर विचार नहीं किया गया.