इसरो 21 अक्टूबर को गगनयान मिशन का परिक्षण करने जा रहा है

इसकी मदद से इंसान को आंतरिक्ष में भेजा जाएगा

एस्ट्रोनॉट आंतरिक्ष में सात दिन बिताएगा

उसके बाद वापस पृथ्वी पर आएगा

पृथ्वी पर आने के दौरान वायु सेना इसमें सहयोग करेगी

इसके लिए चार वायु सेना के पायलट को चुना गया है

गगनयान को 400 किमी की ऊंचाई से वायु सेना लेडिंग कराएगी

इस परीक्षण के बाद भारत स्पेस टूरिज्म में कई देशों से आगे पहुंच जाएगा

गगनयान की लेडिंग बंगाल की खाड़ी में कराई जाएगी

जिसके लिए भारतीय नौसेना भी अपना योगदान देगी